बिहार में इन दोनों जमीन से जुड़ी कई तरह के फैसले बिहार सरकार के द्वारा लोगों के हित में लिया जा रहा है और ऐसे में बिहार में जमीन रजिस्ट्री के लिए अब नए नियम लागू हुआ है जहां रजिस्ट्री के लिए चार तरह का दस्तावेज जरूरी हो गया है वरना जमीन रजिस्ट्री में परेशानी हो सकती है क्योंकि बिहार में जमीन खरीदना या बेचना एक काफी महत्वपूर्ण कार्य है क्योंकि जमीन से जुड़ी कई तरह की समस्याएं होते रहती थी जिसके चलते सरकार जमीन सर्वे से लेकर जमीन रजिस्ट्री का नए नियम लागू किया है जहां की कई कानूनी प्रक्रियाएं शामिल है चलिए इस आर्टिकल में जानते हैं बिहार जमीन रजिस्ट्री के लिए कौन सा आवश्यक दस्तावेज की जरूरत होगी जानते हैं।
बिहार जमीन रजिस्ट्री के लिए कौन-कौन से दस्तावेज लगेगा।
यदि आप यह सोच रहे हैं कि आखिर बिहार जमीन रजिस्ट्री के लिए कौन-कौन से दस्तावेज सरकार के द्वारा अनिवार्य किया गया है तो लिए इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं।
जमीन रजिस्ट्री के लिए आधार कार्ड जरूरी है क्योंकि आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है और रजिस्ट्री प्रक्रिया में अनिवार्य किया गया है क्योंकि व्यक्ति का पहचान सुनिश्चित करना है आधार कार्ड व्यक्ति का पहचान को प्रमाणित करता है क्योंकि बायोमेट्रिक सत्यापन रजिस्ट्री के समय आप बायोमेट्रिक सत्यापन के लिए आधार कार्ड जरूरी है साथी डिजिटल हस्ताक्षर ई रजिस्ट्री के लिए आधार डिजिटल हस्ताक्षर का उपयोग किया जाता है।
जमीन रजिस्ट्री के लिए पैन कार्ड जरूरी।
बिहार जमीन रजिस्ट्री के लिए पैन कार्ड भी जरूरी है क्योंकि पैन कार्ड से ही डिटेल लेनदेन का काम होता है क्योंकि आयकर सत्यापन पैन कार्ड आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाता है और ऐसे में व्यक्ति का वित्तीय स्थिति को दर्शाता है और यह एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है क्योंकि रजिस्ट्री के लिए स्टांप शुल्क के भुगतान में पैन कार्ड का आवश्यकता होगा क्योंकि टीडीएस कटौती होगी क्योंकि यदि आपका प्रॉपर्टी का दाम लगभग 50 लख रुपए से अधिक है तो यहां टीडीएस कटौती के लिए आपके पास पैन कार्ड भी होना जरूरी है।
बिहार जमीन रजिस्ट्री से जुड़ी दस्तावेज।
बिहार जमीन रजिस्ट्री से जुड़ी इन दस्तावेज की भी आवश्यकता होगी जहां की मूल विक्रय पत्र प्रॉपर्टी का स्वामित्व को प्रमाणित करने वाला काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज है क्योंकि इस दस्तावेज से वर्तमान मालिक का स्वामित्व को सिद्ध करता है और यहां प्रॉपर्टी का पूरा विवरण जैसा की सीमाएं क्षेत्रफल इत्यादि शामिल होता है साथी पिछले सभी लेनदेन का रिकॉर्ड सम्मिलित होता है साथ हीनो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट की भी आवश्यकता होगी क्योंकि यदि बैंक लोन प्रॉपर्टी पर बैंक लोन लिया है तो यहां निक की आवश्यकता होगी क्योंकि यदि सोसाइटी फ्लैट है तो सोसाइटी से एनओसी काफी हो सकता होती है इसलिए निक दस्तावेज की व्यवस्था हो सकती है।
बिहार जमीन रजिस्ट्री के लिए ई रजिस्ट्री सुविधा।
आप सभी को जानकारी के लिए बता दे कि बिहार सरकार के द्वारा काफी महत्वपूर्ण फैसला है जहां की बिहार सरकार ने अब प्रॉपर्टी रजिस्ट्री प्रक्रिया को काफी सरल बनाया है क्योंकि इसके लिए ई रजिस्ट्री सुविधा शुरू किया गया है और इससे लोगों का समय की बचत होगी क्योंकि अब ऑनलाइन प्रक्रिया से समय काफी बचेगी साथी लेनदेन डिजिटल रूप से रिकॉर्ड किया जाता है जिससे प्रदुष्टा सुनिश्चित रहेगी साथी किसी प्रकार का अब राजवाड़ा नहीं हो पाएगा और यह सुविधा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी जहां लोग अपने सुविधा अनुसार जमीन का रजिस्ट्री करवा सकते हैं।
बिहार में जमीन रजिस्ट्री का नया नियम क्या है।
आप सभी को बता दे कि बिहार में जमीन रजिस्ट्री को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के द्वारा यह बड़ा फैसला लिया गया है जहां की अब जमीन रजिस्ट्री का फर्जीवाड़ा में रोक लगाया जा सके और अब इस नए नियम से जमीन रजिस्ट्री होगा क्योंकि अब जमीन का बिक्री से पहले आधार नंबर को निबंधन कार्यालय में लिंक करना होगा जिससे कि आधार लिंक नहीं होने पर जमीन का रजिस्ट्री नहीं होगी इससे लोग फर्जीवाड़ा से बच सकेंगे साथी विनमी संपत्ति पर भी रोक लगेगी इसलिए आप जमीन को आधार नंबर से लिंक जरूर करवा लें।
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